Moral children story in hindi

Moral children story in hindi

Moral children story in hindi, जब उस बच्चे का “खरगोश” अचानक ही घर से चला गया तो वह बहुत परेशान हो जाता है, क्योकि उसे तो लग रहा था, उसका “खरगोश” घर पर है मगर वह घर नहीं था, वह अपनी माता से पूछता है उसके बाद माता कहती है, की वह तो बाहर बगीचे में ही था, वह कहा चला गया है, सभी उस “खरगोश” को घर में खोजते है मगर वह नहीं मिलता है आखिर वह किस जगह पर चला गया है बाहर जाने का दरवाजा तो बंद था, वह बच्चा बहुत दुखी हो जाता है,

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Moral children story in hindi
Moral children story in hindi

क्योकि उसे अपना “खरगोश” नहीं मिल रहा था, उसकी माता कहती है, तुम्हे परेशान नहीं होना चाहिए हम उसे खोजकर लाएंगे, वह बच्चा कहता है की मुझे अपना “खरगोश” चाहिए, बहुत खोजा था, मगर वह “खरगोश” नहीं मिल रहा था, वह किस जगह पर जा सकता है, कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, क्योकि वह अपने आप घर से बाहर नहीं जा सकता है, तभी उस बच्चे को याद आता है, आज स्कूल में उसके “खरगोश” के बारे में कुछ बच्चे बात कर रहे थे क्योकि मेरे पास ही वह “खरगोश” है, किसी के भी पास वह “खरगोश” नहीं है,

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उसके बाद वह बच्चा कहता है जो बच्चा मुझे परेशान कर रहा था, वह कह रहा था की वह उसका “खरगोश” लेकर चला जायेगा वह बच्चा ही मेरा “खरगोश” लेकर गया है माता कहती है, की तुम भी पता है क्या सोचते हो, वह तुम्हारा “खरगोश” लेकर क्यों जायेगा माता ने घर के बाहर खोजा था, क्योकि अगर वह बाहर गया है तो जरूर अधिक दूर नहीं गया होगा, माता ने बाहर भी देखा था, मगर वह नहीं मिल रहा था, “खरगोश” कहि भी नहीं था, वह बच्चा कहता है की मेरा “खरगोश” उसी बच्चे के पास है, वह बार बार माता से कह रहा था,

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लेकिन माता को लगता है, की कोई भी “खरगोश” को नहीं ले जा सकता है,

लेकिन फिर भी वह उस बच्चे के घर जाती है क्योकि उसका बच्चा बात नहीं मान रहा था,

उसके बाद पता चलता है की “खरगोश” उसके पास नहीं है,

माता कहती है, इसके पास “खरगोश” नहीं है, अब तुम्हे पता चल गया है,

उसके बाद वह घर आते है, तभी वह “खरगोश” नज़र आता है,

क्योकि वह कहि भी नहीं गया था, वह घर के अंदर ही सो रहा था,

उन्होंने बगीचे में देखा था, मगर घर में उन्होंने ध्यान से नहीं देखा था

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उसके बाद वह बच्चा अपने “खरगोश” के साथ खेलता है, उसके बाद माता कहती है की तुम्हे बता पर ध्यान देना सीखना होगा, यह “खरगोश” यही पर था, मगर तुम उस बच्चे का नाम ले रहे थे उसके पास “खरगोश” नहीं था बिना सोचे किसी को भी ऐसा नहीं कहना चाहिए, उस दिन के बाद उस बच्चे को पता चल गया था, हमे बात को समझना चाहिए बिना सोचे कोई भी बात नहीं कहनी चाहिए अगर अगर आपको यह Moral children story in hindi पसंद आयी है, तो शेयर जरूर करे,

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