Moral story hindi mein

Moral story hindi mein| short moral story in hindi

Moral story hindi mein, जब उस लड़के का सामना डर से होता है. तो उसके मन में बहुत से ख्याल आते है. वह उन ख्याल को सोचता है. मगर उसे यह बता भी याद आती है. अगर वह जीवन में डर गया तो कुछ भी हासिल नहीं होगा. इसलिए वह अपनी पूरी कोशिश करता है. उसके बाद वह “डर” को पीछे छोड़ देता है. यह बात उस समय की है. जब वह अपने दोस्तों के साथ जंगल में घूमने गया था.

डरना नहीं हिंदी मोरल काहनी :- Moral story hindi mein

Moral story hindi mein
Moral story hindi mein

आज सभी दोस्त उस जगह पर रुकने वाले थे. उन्होंने यह योजना बनाई थी. आज वह जंगल में रुक सकते है. अगली सुबह होते ही वह घर के लिए निकल जायेंगे. वह लड़का जिसका नाम रोशन था. वह कहता है. तुम सही कह रहे हो. आज रात के समय हम जंगल में रुक जाते है. रात हो जाती है. सभी दोस्त अब सोने जाते है. क्योकि अब जंगल में कुछ नज़र नहीं आने वाला है. मगर उस जंगल का {डर} भी उन्हें डराता है. वह इस बात को जानते है. यहां पर डर है. मगर अब कुछ नहीं किया जा सकता था. रोशन कहता है.

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यह जंगल है. यहां पर डर तो लगता ही है. मगर हमे (डरना) नहीं चाहिए. सभी कहते है. यह जंगल है यहां पर डर तो लगता ही है. कुछ समय बाद उन्हें कुछ आवाज आती है. वह आवाज सुनकर डर जाते है. उन्हें लगता है की यहां पर शेर आ गया है. मगर अब कुछ नहीं हो सकता है. क्योकि वह शेर आ तो गया है. अब यहां पर हमे कौन बचा सकता है. वह रोशन कहता है की हमे धर्य से काम लेना होगा. क्योकि अगर हम डरते है. तो हम कुछ भी नहीं सोच सकते है. सभी दोस्त कहते है की अगर हम *डरते* नहीं है. तो भी शेर यहां से जाने वाला नहीं है.

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मगर रोशन को लगता है. हमारा डर हमे आगे बढ़ने नहीं देगा. इसलिए कुछ सोचना होगा. अगर वह शेर यहां पर आ जाता है. तो हम कुछ नहीं कर सकते है. सभी कहते है की अब हमे यहां से जाना ही होगा. क्योकि अगर शेर आ गया तो यहां पर कोई बच नहीं सकता है. तभी रोशन कहता है की तुम सभी चुप हो जाओ. वह चुप हो जाते है शायद रोशन कुछ समझने की कोशिश करता है. तभी रोशन को सब कुछ समझ आता है. वह कहता है की यहां पर कोई शेर नहीं है.

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यह सुनकर वह सभी कहते है की तुम यह कैसे कह सकते हो. रोशन कहता है की हमे आवाज सुनने में समस्या आ गयी थी. वह देखो सामने कौन है. वह एक भेड़िया है. सभी मिलकर उसे भगा देते है. वह भाग जाता है. अब वह सभी कहते है की रोशन ने हमे सही समझा दिया है.

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Moral story hindi mein, short moral story in hindi, अगर हम ध्यान नहीं देते तो शायद हम यहां से भागना शुरू कर देते. अब रोशन कहता है, की हमे पहले सोचना चाहिए फिर फैसला लेना चाहिए अगर हम जल्दबाजी में सोचते है तो शायद हमारा फैसला गलत भी हो सकता है. आज रोशन की बात समझ आयी थी. वह बहुत समझदार लड़का है. अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है. शेयर जरूर करे.       

डर के आगे जीत मोरल कहानी :- short moral story in hindi

यह एक बच्चे की कहानी है जो बहुत ही डरता था उसे किसी भी काम करने के बारे में कुछ भी पता नहीं होता था वह सोचता था कि अगर मैं किसी भी काम की शुरुआत करता हूं तो उसमें मुझे बहुत अधिक डर लगेगा जिसकी वजह से मुझे वह काम नहीं करना यही सोच उस लड़के की, जिसकी वजह से वह जीवन में आगे नहीं बढ़ पा रहा था

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क्योंकि उसे उसका डर आगे बढ़ने नहीं दे रहा था जिसकी वजह से वह सभी लोगों से दूर होने लगता है क्योंकि उसे लगता है कि मैं कोई काम नहीं कर सकता हूं अगर मैं कोई काम करता हूं तो उसने मुझे डर की भावना आती है जिसकी वजह से मैं लोगों के पास भी नहीं बैठता हूं वह लड़का सभी से दूर रहने लगता है जिसकी वजह से उसका एक दोस्त है 1 दिन उससे मिलने के लिए आता है

 

वह कहता है कि मुझे ऐसा लगता है कि तुम लोगों से दूर हो रहे हो तुम बात करना पसंद नहीं करते हो तुम्हारे अंदर कुछ एक अलग बदलाव देखने को मिल रहे हैं जबकि पहले ऐसा नहीं था मुझे तुम अपनी बात बता सकते हो वह लड़का कहता है कि मुझे ऐसा लगता है कि अगर कोई काम मुझसे नहीं होगा तो मुझे उसमें डर बहुत अधिक रहता है जिसकी वजह से मैं इस काम को नहीं कर पाता हूं और मैं लोगों के पास इसलिए नहीं बैठता हूं

 

क्योंकि वह समझेंगे कि मुझे वह काम नहीं आता और मैं काम से डरता हूं इसलिए वह मुझे इस बारे में बताना चाहेंगे और मुझे लगेगा कि वह मेरी बुराई कर रहे हैं जब उसके दोस्त ने बात सुनी तो वह कहता है कि तुम्हें यह नहीं सोचना चाहिए अगर तुम जीवन में यह सोचते रहोगे कि मुझे काम करने से डर लगेगा तो तुम उस काम को कभी नहीं कर सकते मैं भी पहले ऐसा ही सोचा करता था

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 मुझे लगता था कि मुझसे काम नहीं होगा लेकिन मैं आगे बढ़ता हूं जिसकी वजह से मैं सोचता हूं कि अगर मैं आज पीछे हट जाता हूं तो जीवन में कभी भी आगे नहीं आ सकता इसलिए मेरे सामने समस्या आती है लेकिन फिर भी मैं उस समस्या का सामना करता हूं और उसके बाद में आगे बढ़ता तुम्हारा डर कुछ ही देर का होगा लेकिन तुम जीवन में हमेशा के लिए पीछे हो जाओगे

 

जिसकी वजह से तुम आगे नहीं बढ़ पाओगे अगर तुम डर का सामना आज ही करते हो तो शायद तुम जीवन में आगे बढ़ सकते अपने दोस्त की बात सुनता है और उसे समझने की कोशिश करता है कि अगर आज वह इस बात को समझ आता है तो शायद जीवन में कभी नहीं डरेगा और उस दिन के बाद उसने हर काम को करने की कोशिश की भले ही उसमें उसे डर लग रहा था लेकिन सोचता था कि अगर डर के पीछे हट जाता हूं तो मैं जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ सकता हु

 

Moral story hindi mein, short moral story in hindi, इसलिए जीवन में अगर आपके सामने भी कोई समस्या आती है तो आपको यह सोचना चाहिए कि डरने की कोई जरूरत नहीं हर काम नहीं होता है लेकिन धीरे-धीरे आ जाता है जब उस काम को करने लगते हो तुम्हारे काम तुमसे होने लगता है और फिर डर दूर हो जाता है ऐसे डर डर कर पीछे हटने से कोई फायदा नहीं होगा जीवन में अगर आगे बढ़ना है तो आपको डर को पीछे छोड़ना होगा अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है. शेयर जरूर करे.

डर को पीछे रखे कहानी :- Short Moral Story in Hindi

मुझे डरना नहीं है. अगर में डरता हु तो मुझे और डर लग सकता है. यह मेरे लिए अच्छा नहीं है. क्योकि डर कर काम करने से अच्छा है उस काम को न करना. मगर क्या डर हमे कुछ भी नहीं करने देता है. यह डर हमे कुछ भी सोचने नहीं देता है. जब तक आपके मन में डर की जगह होगी. उसके बाद आप कुछ नहीं कर सकते है. इसलिए डरना नहीं है.

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जब इंसान के अंदर डर आता है. वह बहुत डर जाता है. वह सोचता है अगर मेने यह काम नहीं किया होता तो बहुत अच्छा होता. मगर मेने इस काम की शुरुआत कर दी है अब मुझे डर लग रहा है. यही डर आपके कमा को रोकता है. क्योकि अगर आप डरते है. तो कुछ नहीं कर सकते है क्योकि यह डर हमे कुछ नहीं करने देता है. अब हमे सोचना होगा. की हम डर को आगे करके काम कर सकते है. सभी इस बात को जानते है. जब तक हमारे अंदर डर रहता है. उसके बाद हम कुछ नहीं कर सकते है.

 

Moral story hindi mein, short moral story in hindi, Short Moral Story in Hindi, अगर हमे आगे बढ़ना है. अगर हमे जीतना है. तो हमे डर को पीछे रखना है. अगर आप डर को पीछे रखते है. उसके बाद आप आगे बढ़ सकते है. मगर डर को आगे रखकर आप कुछ नहीं कर सकते है जीवन में आपको यह डर आगे बढ़ने नहीं देता है. इसलिए यह सोचना गलत है. की आप डर को सतह में रखकर कोई भी काम कर सकते है. जीवन में डर को भूलकर आगे बढ़ना ही जीवन में गति दे सकता है. इसलिए अगर आप यह कोशिश कर सकते है. उसके बाद आप जीवन में कुछ भी कर सकते है.

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