New moral stories in hindi for monk

New moral stories in hindi for monk

New moral stories in hindi for monk, साधू और बकरी की हिंदी कहानी, एक साधू के आश्रम में बकरी का बच्चा आता है उस आश्रम में साधू के साथ उनके शिष्य भी रहते थे साधू जी उन्हें जीवन की बाते बताते थे जिससे उनके जीवन के साथ साथ दूसरो का जीवन भी अच्छा बन जाये एक दिन साधू जी उस बकरी के बच्चे को देखते है जो भूल से आ गया था, साधू जी ने दूर तक देखा था मगर कोई भी बकरी पास में नज़र नहीं आती है

साधू और बकरी की हिंदी कहानी :- New moral stories in hindi for monk

New moral stories in hindi
New moral stories in hindi

New moral stories in hindi, साधू जी समझ जाते है की यह बकरी का बच्चा बकरी से अलग हो गया है इसलिए वह उसका ध्यान रखते है उसे खाने को घास देते है उन्हें पता है की इसे तकलीफ हो सकती है इसलिए वह उसका पूरा ध्यान रखते है उसे खाने की कोई भी समस्या नहीं होती है अगले दिन साधू जी अपने ध्यान में बैठ जाते है, क्योकि वह रोज ध्यान लगाते है, मगर कुछ समय बाद ही वह बकरी का बच्चा उनके पास आ जाता है जिससे साधू जी का ध्यान नहीं लग पाता है साधू जी अपने एक शिष्य को बुलाते है उससे कहते है, यह बकरी का बच्चा मेरे पास आता है, 

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तुम इसे बाँध दो क्योकि यह बार बार मुझे परेशान कर रहा है जिसकी वजह से में ध्यान नहीं लगा पा रहा हु उसके बाद वह शिष्य बकरी के बच्चे को बांध देता है फिर साधू जी ध्यान लगते है अब ऐसा बार बार होता है क्योकि साधू जी जब भी ध्यान में बैठ जाते है तो उस बकरी के बच्चे को बांध दिया जाता है, कुछ समय बाद वह साधू मर जाते है उसके बाद उनका एक शिष्य उनके स्थान पर बैठ जाता है जैसा की उन्हें भी पता है जब भी साधू जी ध्यान में बैठ जाते है तो बकरी को बांध दिया जाता है

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वह भी ऐसा ही करते है उनके साथ यह आगे तक चल रहा था एक दिन बकरी मर जाती है, मगर उस दिन साधू जी ध्यान नहीं लगा पाते है क्योकि यह नहीं हो सकता है जब तक कही से बकरी नहीं लायी जाएगी तब तक ध्यान कैसे लग सकता है इसलिए साधू जी ने दो शिष्य को गांव में भेजा था जोकि उनके लिए बकरी को ला सके जब तक बकरी नहीं आती है तब तक ध्यान नहीं लगाया जा सकता है दोनों शिष्यों को बकरी मिल जाती है उसके बाद बकरी को बाँधा जाता है

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फिर साधू जी अपना ध्याना लगाते है क्योकि यह परम्परा बहुत समय से चली आ रही थी जब तक बकरी नहीं बढ़ी जाएगी तब तक ध्याना नहीं लग सकता है एक दिन उस जगह पर दो आदमी आते है जिन्हे भूख लगी थी वह आश्रम को देखते है उस जगह पर आते है वह दोनों बहुत दूर से चले आ रहे थे उन दोनों आदमी को भोजन कराया जाता है, कुछ समय बाद एक शिष्य की आवाज आती है साधू जी ध्यान लगाने वाले बकरी को बांध दिया जाए,

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New moral stories in hindi, यह बात दोनों आदमी सुनते है मगर सोचते है की ध्यान लगाने से बकरी का क्या सम्बन्ध है उन्हें नहीं पता था वह एक शिष्य को बुलाते है वह पूछते है की बकरी को क्यों बाँधा गया है वह शिष्य कहता है की जब भी साधू जी ध्यान लगाते है तब ऐसा ही किया जाता है क्योकि जब तक बकरी को बांधा नहीं जायेगा तब तक साधू जी ध्यान नहीं लगाते है यह सुनकर दोनों आदमी सोचते है की ऐसा क्यों किया जाता है वह शिष्य कहता है की यह परम्परा है, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर करे,    

साधु और राजा का लालच हिंदी कहानी :-New moral stories in hindi

वह साधु एक गरीब इंसान की खोज कर रहे थे. मगर उन्हें बही तक कोई नहीं मिला था. क्योकि कुछ समय पहले ही एक सोने का सिक्का साधु को मिल गया था. इसलिए वह अपनी खोज कर रहे थे. वह उसे ही सिक्का देना चाहते थे. जो की सबसे गरीब होगा. जब बहुत देर हो गयी तो साधु एक पेड़ के पास आराम करने लगते है. तभी उन्हें कुछ सैनिक नज़र आते है.

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वह राजा के साथ युद्ध पर जा रहे थे. वह साधु राजा के पास जाते है.

उनसे कहते है. आप किस जगह पर जा रहे है.

राजा कहते है की हम युद्ध करने जा रहे है.

अब हम उस राजा को युद्ध में हरा देंगे.

उसके बाद हमे बहुत अधिक धन मिल जायेगा आप हमे आश्रीवाद दे.

हम यह युद्ध जीत जाए. तभी वह साधु अपने पास से एक सिक्का निकालते है.

वह सिक्का राजा के सामने गिरा देते है.

यह देखकर राजा को बहुत गुस्सा आता है.

क्योकि वह साधु से अपनी जीत की बात कर रहे है.

जबकि साधु उनकी तरफ सिक्का फेंक रहा है.

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New moral stories in hindi, साधु से राजा कहते है की आप हमारा अपमान कर रहे है. वह साधु कहते है की यह सिक्का कुछ देर पहले मुझे मिला था. लेकिन मुझे कोई गरीब इंसान नहीं मिला था. में उस सिक्के को गरीब इंसान को देना चाहता था. जिसे धन की जरूरत हो. मुझे लगता है. आपको धन की बहुत जरूरत है. इसलिए आप युद्ध करने जा रहे है. यह सुनकर वह राजा चुप हो जाते है. उसके बाद वह साधु से माफ़ी मांगते है. अपने महल की और वापिस चले जाते है. हमे अपने जीवन में लालच नहीं करना चाहिए क्योकि यह लालच हमारे लिए समस्या भी बन सकता है.

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